Nazism and the Rise of Hitler Class 9 Notes History Chapter 3
Nazism and the Rise of Hitler Class 9 Notes History Chapter 3 is a part of Class 9 Social Science Notes. Please read all Notes and write in notebook, Here we have given Nazism and the Rise of Hitler Class 9 Notes History Chapter 3. For more CLICK HERE.
नाज़िज़म और हिटलर का उदय
परिचय:
नाज़िस्म: 20वीं सदी के आदि में जर्मनी में उत्तरदायित्व और गरिमा की भावना को आधुनिकीकृत करने के लिए विकसित आदर्शवाद था।
आडोल्फ हिटलर: आडोल्फ हिटलर, जर्मन नेता और नाज़ी पार्टी के संस्थापक, नाज़िज़म के प्रमुख प्रवर्तक थे।
नाज़िज़म के मूल सिद्धांत:
आर्य सुप्रेमेसी: नाज़िज़म ने आर्य जाति की उच्चता का प्रचार किया, जिसका मतलब था कि उनके अनुसार आर्य जाति सबसे श्रेष्ठ है।
लेबेन्सराम: नाज़िज़म के अनुसार, आर्य जाति को सशक्त बनाने के लिए वे ‘लेबेन्सराम’ योजना का पालन करते थे, जिसमें वे आर्य और गैर-आर्य जातियों के बीच शादियाँ प्रोत्साहित करते थे।
जूदेनरी: नाज़िज़म ने यह मान्यता दिलाई कि यहूदी लोग समाज के लिए कुख्यात और हानिकारक हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने यहूदी लोगों के प्रति निषेधपूर्ण कदम उठाए।
नाज़िज़म के प्रमुख आदर्श:
आजादी और आक्रमण: नाज़िज़म का मूल मंत्र था ‘लेबन्सराम’, जिसके अनुसार आर्य जाति को उनके परंपरागत स्थान पर ले जाने के लिए आक्रमण करना चाहिए।
विदेश विस्तार: हिटलर की यह आकांक्षा थी कि वे जर्मनी का क्षेत्र विस्तार कर बड़ा बना सकेंगे, जिससे वे ‘लेबेन्सराम’ योजना को पूरा कर सकें।
नाज़िज़म का प्रभाव:
समाज में परिवर्तन: नाज़िज़म ने जर्मन समाज में व्यापार, शिक्षा, और संगठन में विशेष सुविधाएँ प्रदान की, जिससे उनका प्रभाव गहरा हुआ।
जुदेनरी के प्रति विरोध: हिटलर की यहूदी लोगों के प्रति नेतिकता की वजह से उन्होंने नैतिक और नैतिक न्याय के प्रति समर्पण में कमी की।
नाज़ी प्रतिष्ठा और प्रोपेगेंडा:
सामर्थ्य की प्रतिष्ठा: नाज़िज़म ने जर्मनी की सामर्थ्य और महत्व को बढ़ावा दिया, जिससे जनसंख्या में उत्तराधिकारी भावना उत्पन्न हुई।
प्रोपेगेंडा का उपयोग: हिटलर ने इस्तेमाल किया गया प्रोपेगेंडा ताकि उनकी विचारधारा और आदर्श सभी तक पहुँच सकें।
नाज़ी साम्राज्य की पतन:
युद्ध की हार: नाज़ी साम्राज्य के प्रमुख शक्तियों के खिलाफ युद्ध में हार के बाद, हिटलर के प्रभाव में गिरावट हुई।
बर्लिन की गिरफ्तारी: अलियेड द्वारा बर्लिन की गिरफ्तारी के बाद, हिटलर ने अपनी आत्महत्या की।
हिटलर का उदय
1. आडोल्फ हिटलर, जो 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया-हंगरी में पैदा हुआ था, नाज़ी पार्टी के संस्थापक और जर्मनी के चांसलर थे।
2. वे नाज़िज़म के आदर्शक थे और अपने शासनकाल में जर्मनी को एक शक्तिशाली देश बनाने का प्रयास किया।
नाज़ि पार्टी और सत्ता में आना:
1. हिटलर ने 1919 में नाज़ी पार्टी (नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी) की स्थापना की, जिसे बाद में नाज़ी पार्टी कहा गया।
2. वे नाज़ी पार्टी के नेता बने और इसके माध्यम से जनमानस में प्रभाव डालने का प्रयास किया।
मार्च की प्रयासवाद:
1. 1923 में, हिटलर ने “मुनिच पुत्च” के माध्यम से सत्ता में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन यह असफल रहा और उन्हें गिरफ्तार किया गया।
2. इसके परिणामस्वरूप, उन्हें कुछ समय के लिए कारावास में रहना पड़ा।
मैं कैम्पेन:
1. हिटलर का यह समय जेल में गुजरा, जब उन्होंने अपने आदर्शकों के लिए “मैं कैम्पेन” नामक पुस्तक लिखी।
2. इस पुस्तक में उन्होंने अपने विचारों को व्यक्त किया और नाज़ि पार्टी की विचारधारा को सार्थकता दी।
सत्ता में आना और दिक्तेटरशिप:
1. 1933 में, हिटलर चांसलर बने और उनकी सरकार ने जल्दी से सत्ता की पूरी क़ाबिलियत में आई।
2. उन्होंने जर्मन समाज में सुधार करने का प्रयास किया, लेकिन इसके साथ ही उनकी सरकार में दिक्तेटरियल और तंत्रिक व्यवस्था बढ़ी।
यात्रा पर नियम:
1. हिटलर ने विभाजन, भ्रष्टाचार और आर्थिक संकट का समाधान प्रदान करने की प्रतिज्ञा की।
2. उन्होंने आर्थिक विकास की दिशा में कई प्रोजेक्ट्स शुरू किए, जिनमें ऑटोबाहन और आटोबाहन अत्याधुनिकीकरण शामिल थे।
याहुदी प्रतिबंध और अगवा:
1. हिटलर की नेशनलिस्टिक विचारधारा ने उन्हें याहुदियों के प्रति द्वेष में प्रेरित किया।
2. 1935 में, वे याहुदियों के लिए जीवन में विभाजन करने का निर्णय लिया और 1941 में यह नीति विस्तारित होकर याह
हिटलर का शासन
नाज़ी पार्टी की सत्ता में आगमन:
1. आडोल्फ हिटलर ने 1933 में जर्मनी के राष्ट्रपति बनने के बाद नाज़ी पार्टी को सत्ता में लाया।
2. उन्होंने जर्मनी की संविधानिक व्यवस्था को बदलकर खुद को आदिक्षेत्री और नायक बताया।
राष्ट्रीयकरण की नीतियाँ:
1. हिटलर ने जर्मन समाज को एक मानवीय और सामाजिक समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
2. उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम जैसी योजनाएं शुरू की जिनका उद्देश्य जनसामान्य के लिए शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारना था।
आर्यन राष्ट्र की नीति:
1. हिटलर ने आर्य जाति की उच्चता की प्रचार की, जिसका परिणामस्वरूप उन्होंने आर्यन राष्ट्र की नीति बनाई।
2. इसका मतलब था कि केवल आर्य जाति के लोगों को ही समाज में उच्च पदों पर स्थान मिलना चाहिए।
यहूदी नीति:
1. हिटलर ने यहूदी लोगों के प्रति विद्रोहपूर्ण भावनाओं को बढ़ावा दिया।
2. उन्होंने यहूदी समुदाय को आर्य समाज के खिलाफ साजिश करने के आरोपों में ज़िम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए।
विद्वेष और प्रवृत्तियों का प्रोत्साहन:
1. हिटलर ने विशेष समुदायों और जातियों के खिलाफ आलोचनात्मक भाषण देने का प्रोत्साहन दिया।
2. उन्होंने विशेष समुदायों को सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रतिबंधित किया और उन्हें जनसामान्य समाज से अलग करने का प्रयास किया।
आर्य और गैर-आर्य के बीच विभाजन:
1. हिटलर की नीतियों के कारण जर्मन समाज में आर्य और गैर-आर्य के बीच भाईचारे का माहौल तबाह हुआ।
2. उन्होंने आर्य और गैर-आर्य के बीच विभाजन को बढ़ावा दिया और समाज में द्वेष फैलाया।
विश्वयुद्ध का प्रारंभ:
हिटलर की आवश्यकता और आकांक्षाओं के कारण, उन्होंने 1939 में पोलैंड पर हमला करके द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरुआत की।
शासन की पतन:
1. तीसरे राष्ट्रीय सोशलिस्ट युद्ध के दौरान, नाज़ी जर्मनी को अलियेड संघर्षों में हार का सामना करना पड़ा।
2. हिटलर के नाज़ी पार्टी का पतन हुआ और उन्होंने 1945 में बर्लिन में आत्महत्या की।
परिणाम:
1. हिटलर के शासन के दौरान उनकी नीतियाँ जर्मन समाज को विभाजित करने और यहूदी समुदाय के प्रति नृशंसता को बढ़ावा दी।
2. उनके शासन का परिणामस्वरूप द्वितीय विश्वयुद्ध का आरंभ हुआ, जिसके परिणामस्वरूप करोड़ों लोगों की मौके पर मौके मौत हुई और जर्मनी और दुनियाभर में विपरीतता और नष्टि का माहौल पैदा हुआ।
हिटलर की पतन
युद्ध की हार: द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, नाज़ी जर्मनी ने अलियेड संघर्षों में हार का सामना किया। यह विश्वयुद्ध 1945 में समाप्त हुआ था।
बर्लिन की घातक स्थिति: युद्ध के अंतिम दिनों में, नाज़ी जर्मनी बर्लिन नामक शहर में घातक स्थिति में थी। अलियेड सेनाएँ और सोवियत सेनाएँ ने शहर की ओर बढ़ती थीं और इससे हिटलर का स्थिति बिगड़ गया।
आत्महत्या: 30 अप्रैल 1945 को, जब स्थिति और अधिक बिगड़ने वाली थी, आडोल्फ हिटलर ने बर्लिन के अपने अंतिम आश्रय में आत्महत्या कर ली। उन्होंने खुदकुशी की और अपने जीवन का अंत किया।
समापन: हिटलर की पतन के बाद, नाज़ी पार्टी के अन्य नेता भी आत्महत्या करने लगे और जर्मनी की हालत और भी खराब हो गई।
नाज़ी जर्मनी के गिरावट: हिटलर की पतन के बाद, नाज़ी जर्मनी का पूरा संकटमय समय शुरू हुआ। बर्लिन की गिरावट, संघर्षों के परिणामस्वरूप जर्मन सामाजिक संरचना की विघटन, और सबसे अधिक गंभीरता से, होलोकॉस्ट जैसी घटनाओं के प्रकट होने से नाज़ी पार्टी की पतन हो गई।
नाज़ी पार्टी का समापन: आडोल्फ हिटलर की पतन के बाद, नाज़ी पार्टी बिल्कुल खत्म हो गई और जर्मनी के बादशाही राजवंश की स्थापना हुई। न्यूरेमबर्ग ट्रायल्स में नाज़ी नेताओं को जुर्माना किया गया और उनके जुर्म के लिए सजा दी गई।
परीक्षा उपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्न जो मुख्यतः परीक्षाओं में देखे जाते हैं।
प्रश्न 1: नाज़िस्म क्या था और इसके मूल सिद्धांत क्या थे?
उत्तर: नाज़िस्म एक आधुनिक जर्मन आदर्श था जिसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रवाद, सामर्थ्यवाद, और आत्म-पुनर्निर्माण था। इसके मूल सिद्धांतों में आर्य सुप्रेमेसी, लेबेन्सराम, और जूदेनरी शामिल थे।
प्रश्न 2: हिटलर का जीवनीय विकास कैसे हुआ और उनकी प्रमुख योगदान क्या थे?
उत्तर: आडोल्फ हिटलर 1889 में पैदा हुए और उन्होंने जर्मन शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने नाज़ी पार्टी की स्थापना की और उसे सत्ता में लाने के बाद द्वितीय विश्वयुद्ध का नेतृत्व किया।
प्रश्न 3: नाज़ी पार्टी के मूल आदर्श क्या थे और उनके पीछे की विचारधारा क्या थी?
उत्तर: नाज़ी पार्टी के मूल आदर्श में आर्य सुप्रेमेसी, लेबेन्सराम, और जूदेनरी शामिल थे। इनके पीछे की विचारधारा में वे आर्य जाति को उच्च मानते थे और यहूदी लोगों के खिलाफ विरोध करते थे।
प्रश्न 4: हिटलर और नाज़ि पार्टी के कार्यकलाप किन घटनाओं से जुड़े थे जिनसे उनका उदय हुआ?
उत्तर: हिटलर ने नाज़ी पार्टी की स्थापना की, नाज़ी पार्टी को सत्ता में लाया, और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी के नेतृत्व किया।
प्रश्न 5: द्वितीय विश्वयुद्ध के क्या कारण थे और इसके प्रभाव क्या थे?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के कारण नाज़ी जर्मनी की आक्रामक नीतियों, भूमिगत आर्थिक संकट, और विश्वभर में राजनैतिक संघर्ष शामिल थे। इसके प्रभाव से विश्वभर में भयंकर यद्यपि विश्वस्तरीय हानि हुई।
प्रश्न 6: हिटलर के शासनकाल में कैसे बदलाव हुआ और उनकी अंतिम घटना क्या थी?
उत्तर: हिटलर के शासनकाल में वे जर्मनी को द्वितीय विश्वयुद्ध में ले गए, लेकिन उनकी हार के बाद उन्होंने 1945 में आत्महत्या कर ली.
प्रश्न 7: नाज़ि पार्टी के आदर्श कैसे जनसंख्या को प्रभावित करे और उनका समाज पर क्या प्रभाव था?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के आदर्श ने आर्य सुप्रेमेसी और यहूदी विरोधी भावनाओं को फैलाया, जिससे समाज में द्विष्ट भावनाएँ और विभाजन उत्पन्न हुआ।
प्रश्न 8: नाज़ि पार्टी के प्रमुख आदर्शक कौन थे और उनके कैसे योगदान थे?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के प्रमुख आदर्शक आडोल्फ हिट्लर और उनके साथी थे, जिन्होंने पार्टी की स्थापना की और उसे सत्ता में लाने में मदद की।
प्रश्न 9: नाज़ि पार्टी के कार्यकलापों का विश्व इतिहास पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के कार्यकलापों का प्रभाव विश्व इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि यह द्वितीय विश्वयुद्ध जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं का कारण बना।
प्रश्न 10: नाज़ि पार्टी और हिटलर का उदय और पतन किस प्रकार एक महत्वपूर्ण इतिहासिक घटना रहा है?
उत्तर: नाज़ि पार्टी और हिटलर का उदय और पतन द्वितीय विश्वयुद्ध और उसके परिणाम के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विश्व इतिहास की एक अहम घटना है जो आज भी हमारे समाज और राजनीति को प्रभावित करती है।
प्रश्न 11: नाज़ि पार्टी के आदर्शों और विचारधारा के क्या प्रमुख प्रतिस्पर्धी थे?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के प्रमुख प्रतिस्पर्धी शायद सोशलिस्ट और कम्युनिस्ट पार्टियाँ थीं, जो उनकी विचारधारा में विपरीत थीं।
प्रश्न 12: नाज़ि पार्टी के कार्यकलापों का व्यापार और आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: नाज़ि पार्टी ने आर्थिक विकास के लिए नई योजनाएँ बनाई, जैसे कि अधिक रोज़गार पैदा करने के लिए वाणिज्यिक विकास की दिशा में कई कदम उठाए।
प्रश्न 13: हिटलर के नेतृत्व में कैसे जर्मन समाज में परिवर्तन आया?
उत्तर: हिटलर के नेतृत्व में जर्मन समाज में यहूदी विरोधी भावनाएँ फैली, जिससे यहूदी लोगों के प्रति आत्मसमर्पण और विरोध बढ़ा।
प्रश्न 14: नाज़ि पार्टी का विज्ञान, कला और साहित्य पर कैसा प्रभाव था?
उत्तर: नाज़ि पार्टी ने विज्ञान, कला और साहित्य पर अपने नियमों को थोपा, जिससे विचारधारा में दिक्कतें आईं और यह कल्चरल उत्कृष्टता को प्रभावित किया।
प्रश्न 15: हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी के आंतरिक और बाहरिक नीतियों में कैसे बदलाव हुआ?
उत्तर: हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी ने अपनी आंतरिक और बाहरिक नीतियों में सामर्थ्यवाद, आक्रामकता, और यद्यपि असहमति की दिशा में परिवर्तन किया।
प्रश्न 16: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद नाज़ि पार्टी और हिट्लर के प्रभाव का क्या हुआ?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, नाज़ि पार्टी का प्रभाव कम हो गया और हिट्लर की मौत के बाद उनका प्रभाव अधिकाधिक कम हो गया।
प्रश्न 17: हिटलर के नेतृत्व में जर्मन समाज में कुछ वर्गों के प्रति कैसा दृष्टिकोण था?
उत्तर: हिटलर के नेतृत्व में, जर्मन समाज में किसी वर्ग के प्रति विशेष दृष्टिकोण था, जैसे कि आर्य जाति को उच्च मानते थे और यहूदी लोगों के प्रति द्वेष था।
प्रश्न 18: नाज़ि पार्टी और हिट्लर के प्रभाव से कौन-कौन से देश और समाज प्रभावित हुए?
उत्तर: नाज़ि पार्टी और हिट्लर के प्रभाव से प्रायः पूरे जर्मन समाज के साथ-साथ दुनियाभर के देशों और समाजों को भी प्रभावित किया गया, क्योंकि द्वितीय विश्वयुद्ध की घटनाओं का परिणामस्वरूप यह घटना विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण चरण रही।
प्रश्न 19: हिट्लर और नाज़ि पार्टी के नेतृत्व में जर्मन समाज में किस तरह की बदलावी योजनाएँ बनाई गईं?
उत्तर: हिट्लर और नाज़ि पार्टी ने आर्थिक विकास की दिशा में कई बदलावी योजनाएँ बनाई, जैसे कि रोज़गार के अवसर पैदा करने के लिए वाणिज्यिक योजनाएँ।
प्रश्न 20: नाज़ि पार्टी के प्रमुख उद्देश्य क्या थे और उनके लिए कैसे प्रयास किए गए?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के प्रमुख उद्देश्य राष्ट्रवाद, सामर्थ्यवाद, और आत्म-पुनर्निर्माण थे। उन्होंने आर्य सुप्रेमेसी, यद्यपि विवादास्पद, को प्रमोट करने के लिए अपने कार्यकलापों का प्रयास किया।
प्रश्न 21: हिटलर के शासनकाल में जर्मनी में साहित्य, कला और कल्चर में कैसे परिवर्तन हुआ?
उत्तर: हिटलर के शासनकाल में, जर्मन समाज में साहित्य, कला और कल्चर में एक प्रकार की सेंसरशिप लगाई गई, जिससे नाज़ि पार्टी की विचारधारा को प्रमोट किया जा सके।
प्रश्न 22: नाज़ि पार्टी के नेतृत्व में आयी यद्यपि विशेष योजनाएँ क्या थीं जो समाज को प्रभावित करने के लिए बनाई गई थीं?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के नेतृत्व में आयी यद्यपि विशेष योजनाएँ शायद विशेष शिक्षा प्रोत्साहन, आर्य सुप्रेमेसी की प्रोत्साहन, और यहूदी लोगों के खिलाफ नीतियाँ शामिल थीं।
प्रश्न 23: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद नाज़ि पार्टी के प्रभाव किस प्रकार कम हुआ?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, नाज़ि पार्टी का प्रभाव कम हुआ और हिटलर की मौत के बाद उनका प्रभाव अधिकाधिक कम हो गया।
प्रश्न 24: नाज़ि पार्टी के आदर्श और विचारधारा के प्रति समाज में किस प्रकार की प्रतिक्रियाएँ दिखाई दी?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के आदर्श और विचारधारा के प्रति समाज में विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ दिखाई दी, जैसे कि कुछ लोग उन्हें समर्थन देते थे जबकि कुछ विरोध करते थे।
प्रश्न 25: नाज़ि पार्टी के विचारधारा में आई यद्यपि अन्यत्र किन तत्वों का प्रभाव दिखाई दिया?
उत्तर: नाज़ि पार्टी के विचारधारा में आयी यद्यपि अन्यत्र विज्ञान, धर्म, शिक्षा, साहित्य, कला, और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रति उनके विचारों और नीतियों का प्रभाव दिखाई दिया।
Nazism and the Rise of Hitler Class 9 Notes History Chapter 3 is a part of Class 9 Social Science Notes. Please read all Notes and write in notebook, Here we have given Nazism and the Rise of Hitler Class 9 Notes History Chapter 3. For more CLICK HERE.
If you want to to learn Digital Marketing Visit Our YouTube Channel DigiDifferent