In this post we are going to discuss about the Nalanda Vishwavidyalaya Reopening.
इस पाठ में आप जानेंगे की किस प्रकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय की पुनः शुरुआत की है, इस पाठ में आप सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को जानेंगे।
Nalanda Vishwavidyalaya Reopening प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुनरुद्धार की एक नई पहल
नालंदा विश्वविद्यालय, जिसको प्राचीन काल के समय में ज्ञान का एक सबसे महत्वपूर्ण एवं महान केंद्र माना जाता था, नालंदा विश्वविद्यालय भारतीय इतिहास और संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। 27 जून, 2024 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के राजगीर में नए नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन किया। नालंदा विश्वविद्यालय भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS) देशों के बीच में आपसी सहयोग के रूप में स्थापित किया गया है। नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के इस उद्घाटन समारोह में 17 देशों के मिशनों के प्रमुखों सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर परिसर में एक पौधा भी लगाया। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
उद्घाटन समारोह और प्रधानमंत्री का संबोधन
नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के समारोह को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा परिसर में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के 10 दिनों के भीतर ही इसकी शुरुआत कर दी जिससे इसे भारत की विकास यात्रा के लिए एक सकारात्मक संकेत बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि “नालंदा केवल एक नाम नहीं है, यह एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा जड़ है, नालंदा एक मंत्र है। नालंदा इस सत्य की उद्घोषणा है कि ज्ञान को कभी भी नष्ट नहीं किया जा सकता है भले ही किताबों में आग लग जाएं।” प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने नए नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना को भारत के विकास और भविष्य के लिए स्वर्णिम युग की शुरुआत बताया। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
प्रधानमंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय परिसर के प्राचीन खंडहरों के निकट पुनरुद्धार को भारत की क्षमताओं को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करने का एक माध्यम बताया और कहा कि यह विश्व को यह संदेश देगा कि मानव एक मूल्यवान राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके एक सूंदर और बेहतर दुनिया बना सकते हैं। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
नालंदा विश्वविद्यालय का वैश्विक धरोहर
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जोर देकर कहा कि नालंदा विश्व, एशिया और अन्य कई देशों की एक धरोहर है और इसका पुनरुद्धार केवल भारतीय पहलुओं तक ही सीमित नहीं है। नालंदा विश्वविद्यालय के आज के इस उद्घाटन में इतने सारे देशों की उपस्थिति से ही यह बात स्पष्ट है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने नालंदा परियोजना में मित्र राष्ट्रों के योगदान की सराहना की एवं बिहार के लोगों की दृढ़ संकल्पना की प्रशंसा की, जिन्होंने नालंदा की महिमा को वापस लाने में इतनी अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
शिक्षा और समृद्धि का संयोग
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बताया कि नालंदा एक समय में भारत की संस्कृति और परंपराओं का जीवंत केंद्र था और नालंदा का अर्थ ही निरंतर ज्ञान और शिक्षा का प्रवाह है। यह भारत की शिक्षा के प्रति एक दृष्टिकोण और सोच को दर्शाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा की “शिक्षा सीमाओं से परे है। यह मूल्य और विचारों को स्वयं में समाहित करती है और एक उनको आकार प्रदान करती है।” प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि प्राचीन काल की नालंदा विश्वविद्यालय में छात्रों को उनकी पहचान और राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना प्रवेश दिया जाता था। उन्होंने इसी प्राचीन परंपरा को आधुनिक रूप में नए नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा का केंद्र
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ख़ुशी भी अउ कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय में पहले से ही 20 से अधिक देशों के छात्र अध्ययन कर रहे हैं और उन्होंने इसको ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श का एक उदाहरण बताया। उन्होंने भारतीय परंपरा में शिक्षा को मानव कल्याण का एक उपकरण मानने की बात की और आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि योग दिवस अब एक अंतर्राष्ट्रीय त्योहार बन गया है और भारत ने योग के विभिन्न पहलुओं का विकास किया, लेकिन इस पर कोई विशेषाधिकार नहीं जताया। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
सतत विकास और नालंदा का योगदान
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि नालंदा परिसर का ‘नेट जीरो एनर्जी, नेट जीरो एमिशन, नेट जीरो वाटर और नेट जीरो वेस्ट’ मॉडल स्थिरता की भावना को और अधिक आगे बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने यह भी बताया कि शिक्षा का विकास अर्थव्यवस्था और संस्कृति की जड़ों को बहुत अधिक मजबूत करता है, जो कि विकसित देशों के वैश्विक अनुभवों से भी प्रमाणित होता है। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
नालंदा के छात्रों के लिए संदेश
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने नालंदा के छात्रों को भविष्य के लिए और अधिक प्रेरित किया और कहा कि वह ‘नालंदा वे’ और नालंदा के मूल्यों को अपने साथ आगे बढ़ें। उन्होंने सभी छात्रों को उत्सुक, साहसी और सबसे महत्वपूर्ण, दयालु बनने के लिए कहा और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का भी आह्वान किया। प्रधानमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि नालंदा का ज्ञान मानवता को आगे बढ़ने की दिशा देगा और आने वाले समय में युवा ही विश्व का नेतृत्व करेंगे। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
निष्कर्ष
नालंदा विश्वविद्यालय का पुनरुद्धार करना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है, जो प्राचीन भारतीय ज्ञान और परंपरा को आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ने का भी प्रयास है। यह परियोजना न सिर्फ भारत में बल्कि सम्पूर्ण विश्व भर में शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगी और नालंदा को एक बार फिर से वैश्विक शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाएगी। Nalanda Vishwavidyalaya Reopening
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