Digi Different

Dhamm Niti Kya Hai?

Dhamm Niti Kya Hai?

In this post we are going to discuss about the Dhamm Niti Kya Hai?

धम्म क्या है?

इस पाठ में हम बात करेंगे की धम्म क्या होता है Dhamm Niti Kya Hai? धम्म शब्द आखिर आया कहाँ से और यह क्या था इन सभी बिंदुओं को आज हम जानेंगे।

धम्म 

धम्म शब्द (Dhamma) एक प्राचीन भारतीय शब्द है, जो बौद्ध धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। धम्म का अर्थ है ‘धर्म’ या ‘सत्य का मार्ग’। Dhamm Niti Kya Hai? यह शब्द संस्कृत भाषा के ‘धर्म’ से लिया गया है, जिसका अर्थ भी समान है। बौद्ध धर्म के संदर्भ में, धम्म बुद्ध के उपदेशों, बुद्ध की शिक्षाओं और बुद्ध के द्वारा दिखाए गए मार्ग को संदर्भित करता है। यह जीवनकाल के उन सिद्धांतों को भी खुद में शामिल करता है जिनका पालन करके एक आम व्यक्ति अंततः निर्वाण, या आत्मज्ञान को प्राप्त कर सकता है।

धम्म की मूलभूत शिक्षाएं

बुद्ध के धम्म की शिक्षाओं की बात करें तो उनकी प्रमुख शिक्षाएं चार आर्य सत्य (Four Noble Truths) और आठ गुण मार्ग (Eightfold Path) पर आधारित हैं। Dhamm Niti Kya Hai?

चार आर्य सत्य

1. दुःख – संसार में दुःख का अस्तित्व है। जन्म, वृद्धावस्था, बीमारी, मृत्यु, वियोग, इच्छाओं की पूर्ति न होना आदि सभी दुःख के रूप हैं।
2. दुःख का कारण – दुःख का कारण तृष्णा (लालसा) है, जो इच्छाओं, मोह और अज्ञानता से उत्पन्न होती है।
3. दुःख का निवारण – दुःख का निवारण संभव है, और इसे समाप्त किया जा सकता है।
4. दुःख निवारण का मार्ग – दुःख से मुक्ति का मार्ग आठ गुण मार्ग है।

आठ गुण मार्ग

1. सम्यक दृष्टि – सही दृष्टिकोण रखना, चार आर्य सत्यों को समझना।
2. सम्यक संकल्प – सही विचार रखना, अहिंसा और करुणा के साथ जीना।
3. सम्यक वाणी – सही बोलना, झूठ, अपशब्द और निंदा से बचना।
4. सम्यक कर्मांत – सही कार्य करना, अहिंसा और नैतिकता का पालन करना।
5. सम्यक आजीविका – सही आजीविका, ऐसी जीविका जो दूसरों को नुकसान न पहुँचाए।
6. सम्यक प्रयास – सही प्रयास, मानसिक विकास और बुरी आदतों से मुक्ति के लिए प्रयास करना।
7. सम्यक स्मृति – सही स्मरण, ध्यान और साक्षी भाव के साथ जीना।
8. सम्यक समाधि – सही ध्यान, मानसिक स्थिरता और आत्म-निरीक्षण के माध्यम से शांति प्राप्त करना।

धम्म का महत्व

धम्म के महत्वों को बात करें तो धम्म न केवल एक प्रकार से धार्मिक या आध्यात्मिक अभ्यास है, बल्कि धम्म जीवन जीने का भी एक तरीका है। धम्म व्यक्ति को आत्म-निरीक्षण, नैतिकता, करुणा, और ध्यान के माध्यम से मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित एवं उत्साहित करता है। धम्म का सही प्रकार से पालन करने से कोई व्यक्ति न केवल व्यक्तिगत विकास करता है बल्कि समाज में भी शांति और सामंजस्य की स्थापना करता है। Dhamm Niti Kya Hai?

धम्म और आधुनिक जीवन

आज कल के आधुनिक जीवन की जटिलताओं और तनावों के बीच में धम्म की शिक्षाएं आज भी बहुत अधिक प्रासंगिक हैं। ध्यान करने और आत्म-निरीक्षण की प्रथाएं मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभकारी साबित हो सकती हैं। Dhamm Niti Kya Hai? नैतिकता और करुणा के सिद्धांत सामाजिक समरसता और शांति को सही प्रकार से बढ़ावा देते हैं। इस प्रकार, धम्म का अध्ययन करना और उसका सही प्रकार से पालन करना आधुनिक समाज में भी बहुत महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

धम्म एक मार्गदर्शक सिद्धांत है जो व्यक्ति को मानसिक रूप से शांति, आत्मज्ञान और सामाजिक सामंजस्य की ओर लेकर जाता है। गौतम बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेशों और शिक्षाओं का पालन करके हम सभी लोग अपने जीवन को और अधिक सुखद, शांतिपूर्ण और संतुलित बना सकते हैं। धम्म का सार देखें तो यही है कि हम अपने आंतरिक और बहरी दोनों जगह शांति और करुणा का संचार करें, और यही धम्म की सबसे बड़ी शिक्षा है।

Thanks to visiting Digi Different you can also visit my YouTube channel Digi Different for tech and digital marketing related to videos. In this post we have discussed about the Dhamm Niti Kya Hai?. Read our more posts NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitiz Chapter 1NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitiz Chapter 1 पद

Exit mobile version