Constitutional Design Class 9 Notes Civics Chapter 3
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संविधान निर्माण
परिचय:
संविधान क्या होता है? यह एक देश की सर्वोच्च कानूनी प्रणाली होती है जिसमें राजनीति, संचार, शिक्षा आदि के संरचनात्मक ढांचे का आदान-प्रदान किया जाता है।
संविधान का निर्माण:
संविधान का निर्माण समिति: भारतीय संविधान को तैयार करने के लिए नेहरू की नेतृत्व में संविधान सभा गठित की गई थी।
ड्राफ्टिंग कमेटी: डॉ. बी. आर. अंबेडकर की अगुआई में एक ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया गया, जिसने संविधान की रूपरेखा तैयार की।
नज़रीये की महत्वपूर्णता: संविधान को तैयार करते समय नज़रीये की महत्वपूर्ण भूमिका थी, जिससे समाज की समृद्धि, सामाजिक समानता आदि को मद्देनज़र रखकर उसे तैयार किया गया।
संविधान की मुख्य विशेषताएँ:
- प्राम्भिक निषेधाज्ञा: संविधान प्राम्भिक निषेधाज्ञा के तहत भारत को सामूहिक और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार प्रदान करता है।
- सामाजिक समानता: संविधान समाज में विभेदों के खिलाफ है और सामाजिक समानता को प्रोत्साहित करता है।
- महिलाओं के अधिकार: संविधान ने महिलाओं को समान अधिकार प्रदान किए हैं और उनकी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में कई प्रावधान किए हैं।
- मौलिक अधिकार: संविधान ने मौलिक अधिकारों को सुरक्षित किया है, जिनमें जीवन, लिबर्टी, स्वतंत्रता आदि शामिल हैं।
- निर्माण की शुरुआत: भारतीय संविधान का निर्माण 1947 में शुरू हुआ था, जब भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से मुक्त होकर देश ने अपनी स्वतंत्रता की दिशा में कदम बढ़ाया।
- संविधान सभा का गठन: संविधान निर्माण के लिए नेहरू की नेतृत्व में संविधान सभा 9 दिसम्बर, 1946 को गठित हुई थी।
- ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन: संविधान सभा ने ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया, जिसके अध्यक्ष डॉ. बी. आर. अंबेडकर थे, जो संविधान की रूपरेखा तैयार करने के लिए जिम्मेदार थे।
- संविधान की स्वीकृति: संविधान सभा ने अपने पास तैयार किए गए संविधान के प्रस्तावना और अनुच्छेदों को मन्यता दी, और इसे 26 नवम्बर, 1949 को स्वीकृत किया।
- लागू होने की तारीख: भारतीय संविधान को 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया, जिसके साथ ही भारत गणराज्य की अधिकारिक उपस्थिति की शुरुआत हुई।
- गणतंत्र दिवस: भारतीय संविधान के लागू होने के दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं, जिसमें हम अपने गणराज्य की उपलब्धियों को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
संविधान के महत्वपूर्ण भाग:
- प्रस्तावना: संविधान की प्रस्तावना में भारत का मौलिक धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टिकोण है।
- अनुच्छेद 1-4: ये अनुच्छेद मौलिक अधिकारों को स्पष्ट करते हैं और सिविल लिबर्टी, स्वतंत्रता, जीवन और धार्मिक अधिकारों की रक्षा करते हैं।
- अनुच्छेद 14-18: इन अनुच्छेदों में सामाजिक समानता, प्रतिविम्ब और संरक्षण के प्रति सरकार की जिम्मेदारी और धार्मिक स्वतंत्रता को बनाए रखने के प्रावधान हैं।
संविधान के विभिन्न अनुच्छेद:
- अनुच्छेद 19: स्वतंत्रता भी व्यक्ति की मताधिकार का हिस्सा है, जिसमें व्यक्ति को विचार, व्यक्ति, सभी साधनों में स्वतंत्रता की अनुमति दी गई है।
- अनुच्छेद 21: इस अनुच्छेद के तहत यह प्रावधान है कि किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने से पहले उसे कानूनी हक हासिल होना चाहिए।
- अनुच्छेद 44: यह अनुच्छेद राज्यों के बीच सहायकता और सहयोग को बढ़ावा देता है ताकि वे सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में मिलकर काम कर सकें।
संविधान का संरचना:
- प्रस्तावना: संविधान की प्रस्तावना में भारत की मौलिक धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टिकोण का परिचय होता है।
- प्रस्थानीक विधियाँ: संविधान के प्रस्थानीक विधियाँ उसकी आधिकृत विश्वास पत्रिका होती हैं, जिनमें उसकी स्वीकृति की जाती है।
- मौलिक अधिकार: यह भाग संविधान के मौलिक अधिकारों को संरक्षित करता है, जिनमें जीवन, लिबर्टी, स्वतंत्रता आदि शामिल हैं।
- राज्य संरचना: इस भाग में भारत की विभिन्न राज्य संरचनाओं का वर्णन किया गया है, जैसे कि राज्य सभा, लोक सभा, राज्य सरकार आदि।
संविधान का संरक्षण:
- संविधान संशोधन: संविधान में संशोधन करने की प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 368 में बताई गई है।
- मुख्य संविधानकार्यालय: भारतीय संविधान का संरक्षण और संशोधन मुख्य संविधानकार्यालय द्वारा किया जाता है, जो विधायिका शाखा के तहत आता है।
संविधान के महत्वपूर्ण प्रावधान:
आर्थिक स्थिति: संविधान ने भारतीय अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण दिशाएं निर्धारित की हैं जैसे कि सामाजिक न्याय, उद्यमिता, औद्योगिकीकरण आदि।
शिक्षा: संविधान ने शिक्षा को एक मौलिक अधिकार के रूप में मान्यता दी है और बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य बुनियादी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में प्रावधान किए हैं।
संविधान के प्रेरणास्त्रोत:
भारतीय संविधान को बनाने में विभिन्न देशों के संविधानों, फ्रांस के राजनीतिक तत्वों, और अन्य विचारधाराओं से प्रेरणा ली गई थी।
संविधान की महत्वपूर्ण विशेषताएँ:
- मूल सिद्धांत: संविधान में महत्वपूर्ण मूल सिद्धांत शामिल हैं जैसे कि समानता, धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, गणराज्यता आदि।
- भाषा का प्राधिकरण: संविधान ने भारतीय समाज में भाषाओं के सामर्थ्य को महत्व दिया और विभिन्न भाषाओं के प्रयोग को समर्थित किया।
- न्याय प्रणाली: संविधान ने न्याय प्रणाली की महत्वपूर्णता को मान्यता दी है और स्वतंत्र न्यायपालिका की स्थापना की है।
संविधान की संरचना:
- भाग I: भाग I में संविधान का प्रस्तावना किया गया है, जो भारत की धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विचारधारा को परिचय देता है।
- भाग II: इस भाग में संविधान के बुनियादी मूल सिद्धांतों का प्रस्तावना किया गया है, जिनमें समानता, धर्मनिरपेक्षता, स्वतंत्रता आदि शामिल हैं।
- भाग III: इस भाग में राज्य संरचना, राज्य सरकार, राज्यों के संघटन, और राज्य प्रशासन के विवरण हैं।
- भाग IV: यह भाग राष्ट्रपति के पावर्स, राष्ट्रपति के कर्तव्य, और उनके चयन की प्रक्रिया को विवरणित करता है।
- भाग V: इस भाग में संघ और यूनियन त्रिभुज के बारे में जानकारी है, जो भारतीय संघ के रूप में जाना जाता है।
संविधान के प्रभाव:
- संविधान ने भारत को एक संविधानिक गणराज्य बनाया है, जिसमें सरकार को लोगों की जरूरियों और अधिकारों की प्राथमिकता को मान्यता देनी होती है।
- यह संविधान न्यायपालिका को स्वतंत्र और आदिकृत बनाता है, जो न्याय और अधिकार की प्राथमिकता पर जोर देती है।
संविधान की समीक्षा:
संविधान को समय-समय पर संविधान संशोधन के माध्यम से नवाचार की दिशा में सुधारा जा सकता है, जिससे वह वर्तमान की तर्ज पर बना रह सके।
भारतीय संविधान बनाने में आई कठिनाइयाँ:
- विवादित मुद्दे: संविधान बनाने के प्रक्रिया में विवादित मुद्दों का परिघटन होना। जैसे कि धार्मिक समुदायों की आपसी टकराव, जातिवाद, अलगाव, और भूमि के वितरण से संबंधित मुद्दे।
- भाषा मुद्दा: देश में विभिन्न भाषाओं की प्रचलन में विशेषता होने के कारण भाषा के मुद्दे बने। भाषा के प्रश्न पर एकमत नहीं हो पाने के कारण संविधान सभा में तीव्र विचार-विमर्श हुआ।
- समाजिक समरसता की प्राप्ति: भारतीय समाज में विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच समाजिक समरसता की प्राप्ति कठिन थी। समाज में सामाजिक समानता को बनाए रखते हुए उपनिषदों, गांधीजी के आदर्शों और अम्बेडकर के विचारों के बीच एक संघर्ष था।
- राज्यों की राजनीतिक विभिन्नता: भारत में विभिन्न राज्यों की राजनीतिक विभिन्नता की वजह से संविधान तैयार करने में कठिनाइयाँ आई। राज्यों के बीच सामंजस्यिक समरसता और सहयोग की दिशा में सोच-समझ करना महत्वपूर्ण था।
- समर्पितता: संविधान बनाने की प्रक्रिया में समर्पितता और संविधान सभा के सदस्यों की अवश्यकता थी। उन्होंने अपने समय और ज्ञान का बड़ा हिस्सा संविधान की रचना में निवेश किया था।
- विचारधाराएँ: संविधान बनाने में भारतीय समाज की विविधता, विचारधाराओं की बहुलता, और विचारों के स्रोतों के प्रति श्रद्धा दिखाने की आवश्यकता थी।
परीक्षा उपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्न जो मुख्यतः परीक्षाओं में देखे जाते हैं।
प्रश्न 1: संविधान क्या होता है और उसका क्या महत्व है?
उत्तर: संविधान एक देश की सर्वोच्च कानूनी प्रणाली होती है जिसमें उस देश के नागरिकों के अधिकार, कर्तव्य और सरकार की संरचना तथा कार्यप्रणाली का विवरण दिया गया होता है।
प्रश्न 2: संविधान के निर्माण में ड्राफ्टिंग कमेटी की क्या भूमिका थी?
उत्तर: ड्राफ्टिंग कमेटी डॉ. बी. आर. अंबेडकर की नेतृत्व में गठित की गई थी जो संविधान के ड्राफ्ट तैयार करने का काम करती थी।
प्रश्न 3: संविधान के कितने अनुच्छेद होते हैं और उनमें कौन-कौन से मुख्य प्रावधान होते हैं?
उत्तर: संविधान में कुल 395 अनुच्छेद होते हैं। इनमें मौलिक अधिकार, राज्य संरचना, उप-निवादन, संविधान संशोधन, आर्थिक नीति आदि के महत्वपूर्ण प्रावधान होते हैं।
प्रश्न 4: संविधान के अनुच्छेद 19 क्या होता है?
उत्तर: अनुच्छेद 19 संविधान के तहत स्वतंत्रता और व्यक्ति की मताधिकार की सुरक्षा के प्रावधान करता है।
प्रश्न 5: संविधान के अनुच्छेद 44 क्या प्रावधान करता है?
उत्तर: अनुच्छेद 44 राज्यों के बीच सहायकता और सहयोग को बढ़ावा देता है ताकि वे सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में मिलकर काम कर सकें।
प्रश्न 6: संविधान के कुछ मुख्य प्रावधानों की सूची दीजिए।
उत्तर: संविधान में मौलिक अधिकार, स्वतंत्रता, सामाजिक समानता, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, प्रेस की स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता, आदि के प्रावधान होते हैं।
प्रश्न 7: संविधान का क्या महत्व है भारतीय समाज और राजनीति के लिए?
उत्तर: संविधान भारतीय समाज के सर्वोच्च विधान होने के साथ-साथ एक मार्गदर्शक दस्तावेज भी है जो सामाजिक समानता, मौलिक अधिकार, स्वतंत्रता, न्याय, और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 8: संविधान के निर्माण में भारतीय संविधानकारों ने किस प्रकार के सिद्धांतों का पालन किया?
उत्तर: संविधानकारों ने सामाजिक समानता, धार्मिक स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय, स्थायिता, और गणराज्य के सिद्धांतों का पालन किया।
प्रश्न 9: संविधान की संशोधन प्रक्रिया क्या है और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: संविधान की संशोधन प्रक्रिया के लिए एक विशेष प्रावधान होता है जिसमें संविधान संशोधन के लिए पास होने वाले संरक्षणों की आवश्यकता होती है। इससे संविधान को नवीनीकरण का अवसर मिलता है।
प्रश्न 10: संविधान के महत्वपूर्ण प्रावधानों में शिक्षा की क्या भूमिका है?
उत्तर: संविधान में शिक्षा को मौलिक अधिकार के रूप में मान्यता दी गई है, और यह निर्धारित करता है कि बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य बुनियादी शिक्षा प्रदान की जाए।
प्रश्न 11: संविधान में कुल कितने अनुच्छेद होते हैं और उनमें से कौन-कौन से विषयों पर प्रावधान होते हैं?
उत्तर: संविधान में कुल 395 अनुच्छेद होते हैं। उनमें से मौलिक अधिकार, राज्य संरचना, संविधान संशोधन, सामाजिक समानता, आदि पर प्रावधान होते हैं।
प्रश्न 12: संविधान के प्रेरणास्त्रोत कौन-कौन से थे और उनका क्या महत्व था?
उत्तर: संविधान के निर्माण में भारतीय संविधानकारों ने विभिन्न देशों के संविधानों, फ्रांस के राजनीतिक तत्वों, और अन्य विचारधाराओं का अध्ययन किया जो संविधान की रचना में महत्वपूर्ण थे।
प्रश्न 13: संविधान का संरक्षण कैसे होता है?
उत्तर: संविधान का संरक्षण मुख्य संविधानकार्यालय द्वारा किया जाता है, जो विधायिका शाखा के तहत आता है। संविधान संशोधन भी यहाँ पर प्रस्तुत किया जाता है।
प्रश्न 14: संविधान के कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ दीजिए।
उत्तर: संविधान भारत की सर्वोच्च कानूनी प्रणाली होती है जिसमें समाजिक समानता, मौलिक अधिकार, स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता, और न्याय की महत्वपूर्ण विशेषताएँ होती हैं।
प्रश्न 15: संविधान का क्या महत्व है भारतीय समाज और राजनीति के लिए?
उत्तर: संविधान भारतीय समाज के सर्वोच्च विधान होने के साथ-साथ एक मार्गदर्शक दस्तावेज भी है जो सामाजिक समानता, मौलिक अधिकार, स्वतंत्रता, और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 16: संविधान के मौलिक अधिकार क्यों महत्वपूर्ण हैं और उनकी क्या भूमिका है?
उत्तर: मौलिक अधिकार संविधान में समाज के हर व्यक्ति के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए होते हैं। इनमें जीवन, लिबर्टी, स्वतंत्रता, धार्मिक अधिकार आदि शामिल होते हैं।
प्रश्न 17: संविधान में समाजिक समानता के प्रति कौन-कौन से प्रावधान होते हैं?
उत्तर: संविधान में समाजिक समानता के प्रति विभिन्न प्रावधान होते हैं जैसे कि अनुच्छेद 15 में वर्ण, जाति, धर्म, लिंग, या जन्म के आधार पर किसी को भेदभाव नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 18: संविधान में स्वतंत्रता के प्रति क्या प्रावधान होते हैं?
उत्तर: संविधान में स्वतंत्रता के प्रति स्वतंत्रता व्यक्ति की मताधिकार की सुरक्षा करते हैं, जैसे कि अनुच्छेद 19 में व्यक्ति के विचार, व्यक्ति, सभी साधनों में स्वतंत्रता की अनुमति दी गई है।
प्रश्न 19: संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति क्या प्रावधान होते हैं?
उत्तर: संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति विशेष प्रावधान होते हैं, जैसे कि अनुच्छेद 25 में यह उल्लेख किया गया है कि किसी को किसी भी धर्म का प्रचार करने या उसका अनुसरण करने में कोई अधिकार नहीं है।
प्रश्न 20: संविधान के किस अनुच्छेद में गणराज्य का विचार दिया गया है और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: संविधान के अनुच्छेद 1 में गणराज्य का विचार दिया गया है जो भारत की राजनीतिक प्रणाली के मौलिक सिद्धांतों को प्रतिष्ठानित करता है। इससे भारत को एक लोकतांत्रिक और स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा प्राप्त होता है।
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